Mutual Fund क्या है? Mutual Fund में इन्वेस्ट कैसे करें?

Mutual fund एक प्रकार का सामूहिक निवेश होता है, जिसमें बहुत सारे लोग मिल के अपना पैसा इन्वेस्ट करते हैं और वो इन्वेस्ट किया हुआ पैसा बड़ी बड़ी ऐसेट मैनेजमेंट कंपनियों के (AMC) फंड मैनेजर प्रोफेशनल तरीकों से मैनेज करते है।

म्यूचुअल फंड में फंड मैनेजर का रोल बहुत अहम होता है।फंड मैनेजर्स अपने नॉलेज और कौशल से मॉर्केट रिसर्च करके म्यूचुअल फंड में निवेश किया हुआ पैसा अलग अलग स्टॉक्स, बॉन्ड और सेक्युरिटीज़ में लगाते हैं.

फंड मैनेजर्स हमेशा प्रयास करते हैं कि निवेशक का जोखिम कम हो और म्यूचुअल फंड में उनका पैसा बने। 

Mutual Fund के प्रकार ! Types Of Mutual Fund

अगर आप म्यूचुअल फंड में निवेश के बारे में सोच रहे हैं।तो आपको म्यूचुअल फंड के प्रकार के बारे में जानकारी होना जरूरी है।ताकि आप अपनी जरूरत के अनुसार म्यूचुअल फंड में निवेश कर सकें। 

म्यूचुअल फंड्स को संरचना और ऐसेट के आधार पर दो प्रकार में विभाजित किया गया है।

संरचना के आधार पर म्यूचुअल फंड के प्रकार।

   Open Ended Fund 

Open Ended Fund  म्यूचुअल फंड का एक ऐसा प्रकार है जिसमें निवेशक किसी भी समय म्यूचुअल फंड खरीद सकता है और किसी भी समय खरीदे हुए म्यूचुअल फंड के यूनिट्स करंट नेट एसेट वैल्यू (NAV) पे बेच सकता है।

म्यूचुअल फंड का नेशनल नेट ऐसेट वैल्यू (NAV) उस म्यूचुअल फंड ने इन्वेस्ट किये हुए स्टॉक्स, बॉन्डऔर सेक्युरिटीज़ के परफॉरमेंस पे निर्भर रहता है।

अगर उस म्यूचुअल फंड्स ने इन्वेस्ट किये हुए स्टॉक्स बॉन्ड्स का प्राइस गिर जाता है तो नेट ऐसेट वैल्यू (NAV) भी गिर जाता है।  अगर उस म्यूचुअल फंड्स ने इन्वेस्ट किये हुए स्टॉक्स बॉन्ड्स का प्राइस बढ़ जाता है तो नेट ऐसेट वैल्यू (NAV) भी बढ़ जाता है। 

मार्केट में ज्यादातर म्यूचुअल फंड ओपन एंडेड फंड से होते हैं। ओपन एंडेड म्यूचुअल फंड्स इन्वेस्टमेंट फ्रेंडली होते हैं।क्योंकि निवेशक कभी भी उन में निवेश कर सकता है और कभी भी बाहर निकल सकता है।

ओपन एंडेड म्यूचुअल फंड में निवेशक नीचे दिए गए तीनों में से किसी भी एक प्लैन से निवेश स्टार्ट कर सकता है। 

  • SIP(Systematic Investment Plan), 
  • STP(Systematic Transfer Plan)
  • SWP(Systematic Withdrawal Plan)

    Close Ended Fund

क्लोज़ एंडेड म्यूचुअल फंड एक म्यूचुअल फंड का ऐसा प्रकार है जिसमें निवेशक को म्यूचुअल फंड।प्रारंभिक अवधि में स्पेसिफिक प्राइस पर ही बाइक करना पड़ता है। जिससे (NFO) न्यू फंड ऑफर कहा जाता है।

क्लोज़ एंडेड फंड्स की एक मैच्योरिटी अवधि होती है।मैच्योरिटी अवधि खत्म होने से पहले निवेशक इस फंड से बाहर नहीं निकल सकता।मैच्योरिटी अवधि तीन से 4 साल की हो सकती है।

क्लोज़ एंडेड फंड्स के यूनिटस्टॉक मार्केट एक्स्चेंज में भी ट्रेड किए जाते हैं।

     Interval Funds

इंटरवल फंड एक म्यूचुअल फंड का ऐसा प्रकार है जिसमें निवेशक स्पेसिफिक अवधि में ही।म्यूचुअल फंड के यूनिट्स खरीद सकता है।और उस अवधि के समाप्त होने के बाद ही।म्यूचुअल फंड के यूनिट्स बेच सकता है। उसे लॉक इन पीरियड भी कहा जाता है।

अगर आपने इस फंड में निवेश किया।और इसका लॉक इन पीरियड अगर 3 साल का है तो उसका मतलब आप से पहले।म्यूचुअल फंड के यूनिट्स बेच नहीं सकते।3 साल पूरे होने के बाद आप वही यूनिट्स बेच सकते हैं। 

Asset के आधार पर Mutual Fund के प्रकार

Equity Fund

इक्विटी फंड्स विविध कंपनियों के स्टॉक्स में इन्वेस्ट करते हैं।में।30 से 40 कंपनियां हो सकती है।ये सारी कंपनियां एक सेक्टर से भी हो सकती है या अलग अलग सेक्टर से भी हो सकती है।जैसे की बैंकिंग, टेलीकॉम, इन्फ्रा, ऑटो.

इक्विटी म्यूचुअल फंड बाकी म्यूचुअल फंड्स की तुलना में बेहतर रिटर्न के लिए जाने जाते हैं।बेहतर रिटर्न के साथ साथ इसमें जोखिम भी बहुत ज्यादा होता है। 

इक्विटी म्यूचुअल फंड्स में बहुत सारे प्रकार होते हैं जिसमे।

Market Capital : मार्केट कैपिटल  के अनुसार Large Cap, Mid Cap, Small Cap, Large & Mid Cap इक्विटी म्यूचुअल फंड होते हैं। 

Diversification : पोर्टफोलियों डाइवर्सिफाइड करने के लिए Multi cap, Flexi Cap, Focused, International इक्विटी म्यूचुअल फंड होते हैं।
Thematic / Sectorial :  अगर आप स्पेसिफिक थीम या किसी सेक्टर के म्यूचुअल फंड में निवेश करना चाहते हैं तो उसके लिए Banking, Technology, Infra, consumption, Energy, Pharma, PSU इक्विटी म्यूचुअल फंड होते हैं

Index Fund : अगर आप इंडेक्स म्यूचुअल फंड में इन्वेस्ट करना चाहते हैं तो इसके लिए Large Cap Index, Mid Cap Index, Small Cap Index, इक्विटी म्यूचुअल फंड होते हैं। 

ELSS Fund : अगर आप म्यूचुअल फंड में इन्वेस्ट करके टैक्स बचाना चाहते हैं तो आप ELSS (Equity Linked Savings Scheme) इक्विटी फंड में इन्वेस्ट कर सकते हैं।

Debt Fund

डेट फंड एक ऐसा म्यूचुअल फंड है जिसमें इन्वेस्ट किया हुआ पैसा ऐसे  इन्स्ट्रूमेंट्स में निवेश किया जाता है जहाँ से फिक्स्ड इनकम जेनरेट होता है। 

इक्विटी फंड्स की तुलना में।डेट म्यूचुअल फंड में।निवेशक को।रिटर्न कम मिलता है पर जोखिम भी कम रहता है। अगर आप एक ऐसे निवेशक हैं जो ज्यादा जोखिम नहीं लेना चाहते।तो आपके लिए डेट म्यूचुअल फंड एक अच्छा विकल्प हो सकता है।

डेट म्यूचुअल फंड के कई प्रकार हैं जिसमे Liquid Fund, Money Market Fund, Dynamic Bond Funds, Corporate Bond Funds, Credit Risk Funds, Credit Risk Funds आते हैं।

Hybrid Funds 

हाइब्रिड फंड एक ऐसा म्यूचुअल फंड है जिसमें निवेश किया हुआ पैसा स्टॉक्स में भी इन्वेस्ट किया जाता है और बॉन्ड में भी इन्वेस्ट किया जाता है।

इक्विटी फंड्स की तुलना में हाइब्रिड फंड्स में जोखिम कम रहता है और रिटर्न भी कम रहता है। अगर हम डेट फंड से हैब्रिड फंड्स की तुलना करें तो हाइब्रिड फंड में डेट फंड से ज्यादा जोखिम रहता है और रिटर्न भी ज्यादा मिल सकता है।

हाइब्रिड फंड्स के बहुत सारे प्रकार हैं जिसमे Conservative Hybrid Funds, Balanced Hybrid Funds, Aggressive Hybrid Funds, Dynamic Asset Allocation Funds, Multi-Asset Allocation Funds, Arbitrage Funds आते हैं। 

Mutual Fund में इन्वेस्ट कैसे करें? How to invest in Mutual Fund Mutual Fund 

अगर आप म्यूचुअल फंड में इन्वेस्ट करने की सोच रहे हैं तो आपको इन सवालों के जवाब आपके पास होना जरूरी है।

  • म्यूचुअल फंड में क्यों इन्वेस्ट करना चाहते हैं?
  • आपको कौन सी स्कीम में इन्वेस्ट करना हैं?
  • आपको लॉन्ग टर्म इन्वेस्ट करनी है या शॉर्ट टर्म इन्वेस्टमेंट करनी है।
  • क्या आप टैक्स बचाने के लिए म्यूचुअल फंड में इन्वेस्ट करने की सोच रहे हैं?
  • म्यूचुअल फंड में ऑनलाइन इन्वेस्टमेंट कैसे किया जाता है?
  • वैसे कौन कौन से ऑनलाइन प्लैटफॉर्म है जहाँ से आप म्यूचुअल फंड में इन्वेस्टमेंट कर सकते?

नीचे दिए गए ऑनलाइन प्लैटफॉर्म से आप म्यूचुअल फंड में इन्वेस्ट कर सकते हैं।

  • Groww
  • 5paisa
  • Fisdom
  • MyCAMS
  • FundsIndia
  • InvesTap-SBI Mutual fund
  • Kotak Mutual Fund
  • UTI Mutual Fund
  • Kuvera
  • HDFC MF
  • Cashrich
  • Nippon India
  • ETMONEY Mutual Fund 
  • myCAMS Mutual Fund 
  • Zerodha Coin
  • PayTM Money
  • INDmoney

म्यूचुअल फंड में इन्वेस्ट करने के लिए आपको म्यूचुअल फंड ऐप Play Store से अपने मोबाइल में डाउनलोड करना होगा।ऐप डाउनलोड करने के बाद आपको उस में लॉगिन करना होगा।

लॉग इन करने के बाद आपको उसमें आपकी बेसिक डिटेल भरना है जैसा कि आप का नाम। ईमेल आई डी।मोबाइल नंबर।आपका बैंक अकाउंट डिटेल।आधार नंबर और आपका पैन कार्ड डिटेल।

इसके बाद आपको आप का केवाईसी करना होगा। अब आपको म्यूचुअल फंड ऐप्लिकेशन में स्कीम सेलेक्ट करना है जिसमे आपको इन्वेस्ट करना हैं।

स्कीम सेलेक्ट करने के बाद आपको प्लैन सेलेक्ट करना है जैसा कि SIP और LumpSum. एसआईपी का मतलब होता है सिस्टेमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान जिसमें आपका पैसा एक निर्धारित फ्रिक्वेन्सी में म्यूचुअल फंड में इन्वेस्ट होगा जैसे कि Weekly, Monthly, Quarterly.  LumpSum में आपका पैसा एक ही बार इन्वेस्ट होगा। इसके बाद आपको पेमेंट मोड सेलेक्ट करना है।जैसे कि UPI, Netbanking.

म्यूचुअल फंड में आप कम से कम ₹100 से इन्वेस्टमेंट शुरू कर सकते।

See more

Best Ways To Use AI To Generate Passive Income in 2023 – Prinkspay

Leave a Comment